Sunday, June 20, 2021

How to select and compare the best personal loan offer in Hindi | सबसे अच्छा पर्सनल लोन कैसे चुने।



बेस्ट पर्सनल लोन ऑफर

पर्सनल लोन या व्यक्तिगत ऋण असुरक्षित श्रेणी (अनसिक्योर्ड-कैटगरी)  में आते है। अनसिक्योर्ड-कैटगरी लोन वह लोन होते है जिनके लिए कोई गारंटर एवं कोई संपति को गिरवी रखना नहीं पड़ता है। बैंको और नॉन बैंकिंग फाइनेंसियल कंपनी (NBFC)  के पास पर्सनल लोन देने के अधिकार होते है।

पर्सनल लोन आपकी आर्थिक स्थिति और वर्तमान में खड़े हुए पैसे को संकट को तुरंत सुधारने में मदद करता है। लेकिन फिर भी गलत तरीके से अथवा बिना सोच विचार किये बिना लिए गए पर्सनल लोन से आप कहीं कहीं परेशानियों में सकते है। इसलिए जब भी आप पर्सनल लोन लेने का विचार करे या पर्सनल लोन लेने जा रहे है तो हमारे द्वारा बताये गए सुझावों पर एक बार जरूर गौर करे।


पर्सनल लोन लेने के लिए क्या-क्या मानदंड है।


बैंक और नॉन बैंकिंग वित्तीय संस्थाए आपको लोन  देने से पहले आपके बारे में कुछ जानकारी मांगती है और उन जानकारियों के आधार पर यह तय करती है की आप को लोन देना है कि नहीं 

हालाँकि यह मानदंड अलग अलग व्यक्ति पर भिन्न भिन्न भी हो सकते है। जानते है इन मानदंडों के बारे में।

1. व्यक्तिगत वित्तीय स्कोर :

कई एजेंसी  देश में लोन लेने वालो का डाटा अपने पास रखती है। 

जिसमे आपके द्वारा कितनी बार लोन लिया गया है। वर्तमान में कोई लोन चल रहा है , या वर्तमान में आप  कितनी और कितने रूपये की EMI भर रहे है, आप EMI टाइम पर भरते है की नहीं आदि आदि डाटा इन एजेंसी के पास होता है

जिसके आधार पर वह आप को कुछ नंबर जिसे क्रेडिट-स्कोर भी बोलते है देते है।

जब भी आप  लोन लेने जाते है तो आपका बैंक इन एजेंसी की मदद से आपके वित्तीय स्कोर को देखते है और एक तय क्रेडिट-स्कोर वाले को ही लोन जारी करते है।

 

2. आपकी वर्तमान वित्तीय स्थिति,रोजगार या नौकरी :

लोन देने से पहले बैंक यह पता करती है की आप वर्तमान में कितना कमाते है। जितनी ज्यादा आपकी कमाई होगी उतना ही ज्यादा आप के लोन सेक्शन होने के चांसेज होंगे। 

और आपकी कमाई का सटीक आंकलन करने के लिए बैंक आपकी नौकरी-जॉब , जॉब प्रोफाइल , जॉब का भविष्य, कम्पनी और उस कंपनी के भविष्य आदि की जानकारी मांगती है। 

अगर आप अपना बिजनेस करते है तो आपके रोजगार में होने वाली आमदनी खर्चे और उसके भविष्य को देखते हुए आप को लोन दिया जाता है।

बैंक को कहीं भी लगता है की आप जो भी नौकरी या व्यवसाय करते है और उसका भविष्य सही नहीं है तो वह आप को लोन जारी नहीं करेंगे या लोन जारी करेंगे तो वह भी बहुत कम और बहुत ज्यादा ब्याज दर पर।

3. आपकी पुरानी EMI भरने की टाइमिंग :

 बैंक पता करते है की आप ने अगर कोइ लोन लिया है तो आप उस लोन की किश्त का भुगतान सही समय पर करते है की नहीं।

 अगर आप को अपनी EMI हमेशा लेट भरने आदत है तो आप को यह आदत तुरंत छोड़नी होगी। 

4. वर्तमान कैश-फ्लो

बैंक यह जाँच एवं आंकलन करता है की आप के पास वर्तमान में जो आपकी आमदनी है उससे जो नकदी प्राप्त होती है उसे आप किन-किन मदो पर खर्च करते हो और आप कितने रूपये तक की EMI अफोर्ड कर सकते है। 

उदाहरण  के लिए मनोज जिसके परिवार में उसके मम्मी पापा , एक पत्नी और दो बच्चे है जो अभी स्कूल जाते है।  परिवार में कुल 6 सदस्य है  और इस परिवार की एक महीने की कुल कमाई 15000 रूपये है जिसमे से वह 3000 रूपये कमरे का किराया 1000 बच्चो की स्कूल फ़ीस,5000 राशन,1000 दवा आदि में खर्च हो जाते है और बचे 5000 रूपये वो भविष्य के लिए जमा करता है।

 ऐसे में अगर मनोज कोई पर्सनल लोन लेता है तो वह ज्यादा से ज्यादा 5000 रुपए से अधिक की EMI नहीं भर सकता है तो बैंक उसे लोन देते समय उसकी EMI 5000 रुपए या उससे भी कम की ही रखेगी।

जिसके लिए या तो लोन अमाउंट कम करना होगा या लोन चुकाने की अवधि को ज्यादा करना होगा जिसमे उसे ज्यादा ब्याज देना होगा , दोनों स्थिति में नुकसान मनोज का ही है। 


अगर आप भी पर्सनल लोन लेने जा रहे है तो नीचे बताई गयी बातो का ध्यान जरूर रखे। 

लोन लेने से पहले ध्यान रखने वाली छोटी मगर मोटी बाते।

बेस्ट पर्सनल लोन ऑफर का चुनाव कैसे करे 

स्टैप #1. सही EMI का पता करना : पर्सनल लोन के लिए आवेदन करने से पहले लोन की संभावित EMI का पता कर लेवे। ऐसा आप सीधे लोन देने वाले से या उनकी वेबसाइट पर दिए गए Loan EMI Calculator से पता कर सकते है। अपनी EMI भरने की क्षमता के अनुसार EMI चुने , उदहारण के लिए आपके पास हर महीने सभी खर्चो के बाद भावी EMI भरने के लिए 10000 रुपए बचते है तो EMI Calculator की मदद से अपने लोन अमाउंट और लोन चुकाने के महीने का चुनाव करे। ताकि आप हर महीने 10000 रुपए या इससे कम कि EMI आसानी से भर सको वो भी बिना किसी खर्च में कटौती करे बिना। 

सही EMI का पता करना बहुत जरुरी है। कई बार हम लोग बिना कोई वित्तीय सुझबुझ के अपनी मर्जी से EMI का चुनाव करलेते है जो आगे जाकर हमारे लिए बहुद घाटे का सौदा साबित होता है। 

सही EMI अमाउंट चुनने के लिए प्रो टिप्स: 

1. पहले अपनी भावी बचत या बिना किसी कटौती करे आप कितने रूपए की EMI भर सकते है का पता करे। 

2. पर्सनल लोन काफ़ी ज़्यादा ब्याज़ दर पर मिलता है इसलिए कम से कम लोन की किश्तों का भी ध्यान रखे। 

3. भावी आमदनी और खर्चो का भी ध्यान दे , अगर कुछ महीने या साल बाद आपके कुछ खर्च बढ़ने या आमदनी घटने-बढ़ने वाली है तो EMI का चुनाव करते समय इसका भी ध्यान रखें। 

स्टैप 2. शॉर्टलिस्टिड बैंक/नॉन-वित्तीय संस्थाओं को ही चुने :

चूँकि पर्सनल-लोन एक असुरक्षित लोन श्रेणी में आता है इसलिए जो ऋणदाता आपको पहले से ही जानता है वह आप को लोन जल्दी देगा उन ऋणदाता के मुकाबले जो आपको नही जानते है। दूसरा पर्सनल लोन लेने के लिए काफ़ी जानकारी और कुछ फॉर्मलिटीज पुरी करनी पड़ती है। 

इसलिए पर्सनल लोन अप्लाई के लिए उन्हीं ऋणदाता से संपर्क करे जैसे जिस बैंक में आप का कोई बचत, या FD खाता हो। 

एवं आपने पहले से कोई लोन लिया हो तो उस ऋणदाता से दुबारा अप्प्लाई कर सकते है चूँकि उनके पास आप की जानकारी पहले से ही है और आप उनके पुराने कस्टमर हो। 

स्टैप 3. लोन कि ब्याज दर (इंटरेस्ट रेट): 

पर्सनल लोन की ब्याज दर अन्य लोन जैसे होम लोन , कार लोन आदि से ज्यादा होती है लेकिन फिर भी पुरी कोशिश करें कि आप उसी ऋणदाता से ही लोन लेवे जो आपको कम से कम ब्याज दर पर लोन देवे। 

स्टैप 4. लोन -अमाउंट (ऋण राशि): 

सबसे अच्छा पर्सनल लोन वह है जो आपको आपकी जरूरत की मुताबिक राशि का लोन देने के लिए तैयार रहे  यदि आपको 10 लाख रुपए का लोन चाहिए लेकिन बैंक आपको सिर्फ 5 लाख ही उधार दे तो ऐसे बैंक में जाने का कोई मतलब ही नहीं बनता। 

सोचो  कि आपको आपकी अपने घर की मरम्मत के लिए 5 लाख कि जरुरत है मगर आपने जिस बैंक में लोन  के लिए अप्लाई किया है वो आपको सिर्फ 3 लाख का ही लोन दे रहा है तो आप क्या करेंगे , बहुत से लोग सोचते है की वह इस अमाउंट को ले लेंगे और बचे 2 लाख के लिए किसी और बैंक से अप्लाई कर देंगे , यही हमसे बहुत बड़ी गलती होती है।  हर बार जब आपको लोन सेक्शन होता है तो उसके साथ जरुरी चार्जेज भी जुड़े होते है। इसलिए अगर हम अपनी जरुरत की ऋण राशि को अलग अलग टुकड़े में लेंगे तो हमें हर बार प्रोसेसिंग फी और अन्य चार्जेज भी देने होंगे जोकि बिलकुल फायदे का सौदा नहीं है। दूसरा की एक बार हम कोई लोन सेक्शन करवा लेते है तो ऋणदाता इसकी जानकारी क्रेडिट स्कोर बनाने वाली एजेंसी को दे देती है। इसीलिए आप जब दुबारा बची लोन राशि के लिए अप्लाई करेंगे तो वहां हाल ही में लिए गए लोन कि वजह से आपको लोन सेक्शन होने में काफ़ी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। 

स्टैप 5. लोन चार्जेज , नियम शर्ते आदि :

लोन लेने से पहले उनके लोन के नियम और शर्तो का ध्यान से जरूर पढ़ लेवे।  अक्सर हम लोन लेने के उतावले पन में यह सब जांचना भूल जाते है जिसका खामियाजा हमें ज्यादा भुगतान करके चुकाना पड़ता है।

इसलिए निम्लिखित चार्जेज के बारे में पहले से ही पूछ लेवे। 

हैंडलिंग या प्रोसेसिंग फी ; बैंक कितने परसेंट हैंडलिंग या प्रोसेसिंग फी चार्ज कर रहा है , और क्या बैंक यह चार्ज लोन अमाउंट से तो नहीं काट रहा है। पुरी कोशिश करें की आप कम से कम प्रोसेसिंग फी चार्ज करने वाले बैंक से ही लोन लेवे। और जो बैंक लोन अमाउंट से प्रोसेसिंग फी न काटकर इसे EMI या पहली EMI पर डाल देवे वह बैंक बढ़िया है। 

विलम्ब शुल्क (लेट पेमेंट फी) : आप यह पहले ही पता कर लेवे की बैंक लेट पेमेंट पर कितने रुपए का शुल्क चार्ज कर रहा है ताकि भविष्य में इसको लेकर कोई विवाद न हो। 

फोरक्लोज और प्रीपेमेंट चार्जेज : फोरक्लोज का मतलब है तय समय से पहले ही अपना लोन खाता बंद करवाना और प्रीपेमेंट का मतलब है आने वाली EMI को एडवांस में जमा करवाना। दोनों ही मामलो में बैंक आप से इसपर चार्ज ले सकता है इसलिए लोन सेक्शन करवाने से पहले इन चार्जेज के बारे में पता कर लेवे। 

नोट : आप लोन सेक्शन करने से पहले ऊपर बताये गए चार्जेज के बारे में अपने बैंक से बात करलवे और उन्हें कम करवाने कि कोशिश करे , जिस तरह हमें लोन की तुरंत जरुरत है उसी तरह ऋणदाता भी आप को लोन देने कि आशा रखता है इसलिए बिना शर्म और डरे इन चार्जेज को कम करवाए या उस बैंक से लोन लेवे जो ये चार्जज कम लेता हो। 
कई बार ऋणदाता अपने अलग से नियम और शर्ते रखता है , हमें इन शर्तो और नियमो पर आँखे मूंदे साइन नहीं करना  है और जितना हो सके अनुचित नियमो पर साइन नहीं करना है। या फिर हमे किसी ऐसे ऋणदाता से संपर्क करना चाहिए जो ज्यादा अनावशयक नियम और शर्तो के हमें लोन सेक्शन कर देवे। 


स्टेप 6. मिनिमम डॉक्यूमेंटेशन :

 अचानक से आयी पैसो की जररत ही हम सबको पर्सनल लोन लेने के लिए मजबूर करती है। ऐसे में हम सब चाहते है की हमें लोन झटपट मिल जाये। लेकिन ऐसे में ऋणदाता आप को ऋण के लिए लंबी चौड़ी दस्तावेजों की सूचि पकड़ा देते है। तो ऐसे में आप क्या करोंगे?

जाहिर है चाहेंगे की हमें लोन तुरंत मिले वो भी  बिना किसी झंझट के। पर्सनल लोन में डॉक्यूमेंटेशन को कम करने के लिए आप निचे दिए गए तरीको को आजमा सकते है। 

तो दोस्तों इसके लिए आप को अपने पुराने बैंक या पुराने ऋणदाता से संपर्क करना होगा जैसे कहावत है की बुरे वक्त में पड़ोसी ही पडोसी के काम आते है ठीक उसी तरह जब हमें अचानक पैसो की अचानक जरुरत पड़ती है तो हमें सबसे जल्दी और सबसे पहले लोन अपने बैंक या पुराने ऋणदाता से ही मिल सकता है। 

ऑनलाइन लोन एप्लीकेशन : जी हाँ  दोस्तों ऑनलाइन लोन अप्लाई करने पर आप ऑनलाइन डॉक्यूमेंटेशन वेरिफिकेशन और वीडिओ KYC की मदद से आप बिना कोई कागजी फॉर्म और दस्तावेज लगाए भी आप लोन ले सकते है।


सारांश : इस ब्लॉग में हमने जाना की पर्सनल लोन लेने के लिए क्या क्या जरुरत या शर्ते होती है। और पर्सनल लोन लेते समय हमें किन बातो का ध्यान रखना चाहिए जिसकी मदद से हम best personal loan का चुनाव कर सकते है। 

हम आशा करते है की हमारे द्वारा दी गयी जानकारी आप के काम आयी होंगी। अगर इस ब्लॉग से रिलेटेड आपके पास कोई सुझाव और शिकयत है तो आप हमें कमेंट करके जरूर बताये। धन्यवाद। जय हिन्द। जय भारत।       

 






















 

 

2 comments:

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